न बैंड न बारात न ही कोई पंडित, बस 17 मिनट में 4 कपल्स ने रचाई फटाफट शादी
ग्वालियर। आमतौर पर शादी में दुल्हन को मेहंदी, महावर आदि लगाकर सजाया जाता है। वहीं दूल्हे भी सज-धज कर तैयार होते हैं। इसके साथ ही शादी के लिए बाकायदा बारात भी आती है और पंडित जी मंत्रोच्चारण के बाद फेरे भी करवाते हैं। पर यदि आपसे ये कहा जाए कि इन रीति-रिवाजों को छोड़कर कोई शादी हुई हो तो थोड़ा आश्चर्य होगा।
शहर में रविवार को ऐसी ही शादियां देखने को मिलीं। कंबीर पंथी संत रामपाल महाराज के अनुयायियों ने अपने बच्चों की शादियां गुरु परंपरा से कराई, इसमें महज 17 मिनट में 4 जोड़े परिणय सूत्र में बंध गए। इन शादियों का आयोजन पड़ाव पुल के पास स्थित श्रीकृष्ण धर्मशाला में किया गया। इस तरह से शादियां कराने के पीछे आयोजनकर्ताओं का कहना था कि समाज में व्याप्त दहेज प्रथा जैसी बुराई और महंगाई में फिजूलखर्ची पर रोक लगाना है।

हजारों अनुयायी पहुंचे-
इस शादी समारोह को देखने के लिए ग्वालियर शहर सहित दूसरी जगहों से कबीरपंथ को मानने वाले हजारों अनुयायी पहुंचे थे। धर्मशाला प्रांगण में नीचे-ऊपर और बाहर ये सभी मौजूद थे। साथ ही शादी होने वाली जगह पर सभी लोग अपने जूते-चप्पल उतारकर ही पहुंच रहे थे। इसके लिए बाहर ही जूता-चप्पल रखने के लिए सेवाघर बनाया गया था।
ऐसे हुई शादी-
कबीरपंथी संत रामपाल महाराज के अनुयायियों की ओर से कराई गई शादियां कराने का तरीका भी अलग ही था। इसके लिए चारों जोड़ो को धर्मशाला के खुले प्रांगण में एक साथ बैठा दिया गया था। यहां पर एक बड़ी स्क्रीन पर संत रामपाल जी महाराज की गुरु वाणी के साथ 17 मिनट में विवाह संपन्न हुआ। इस गुरु वाणी में 33 करोड़ देवी-देवताओं की स्तुति की गई।
ये बंधे परिणय सूत्र में-
विकास संग पूनम,
राजेश दास संग सपना,
सुनील संग प्रियंका
और निरंजन संग गुरदेवी।
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