Category Reality Of Maharshi Dyanand

समाज विनाशक दयानन्द – सत्यार्थ प्रकाश की पोल-खोल- भाग-02

 ‘नियोग’ क्या है ? ‘सत्यार्थ प्रकाश’ के चतुर्थ समुल्लास के क्रम सं0 120 से 149 तक की सामग्री पुनर्विवाह और नियोग विषय से संबंधित है। लिखा है किद्विजों यानी ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य वर्णों में पुनर्विवाह कभी नहीं होने चाहिए।…

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महाअज्ञानी दयानन्द का महाअज्ञान Part-01

महर्षि  दयानन्द का  महाअज्ञान देखिये पूरी कहानी The EnD तक नोटः- हमारा  उद्देश्य किसी की निंदा करना नही है बल्कि सच्चाई से अवगत कराना है । स्वामी दयानन्द द्वारा रचित “सत्यार्थ प्रकाश ” मेंसमाजनाश की झलक — ‘‘सत्यार्थ प्रकाश’’ का ज्ञान।कृपया…

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