Dhan-Dhan Satguru Sat Kabir Shabad in 4K by Sant Rampal Ji Maharaj with lyrics | BKPK VIDEO
धन-धन सतगुरू सत कबीर,
भगत की पीड़ मिटाने वाले।
धन-धन सतगुरू सत कबीर,
भगत की पीड़ मिटाने वाले।।
रहे नल नील जतन कर हार,
तब सतगुरू से करी पूकार ।
जा सत रेखा लिखी अपार,
सिंधू पै शिला तिराने वाले।
धन-धन सतगुरू सत कबीर,
भगत की पीड़ मिटाने वाले।
धन-धन सतगुरू सत कबीर,
भगत की पीड़ मिटाने वाले।।
डसी सर्प नै जब जा,
पूकारि इंद्रमति अकूलाए।
आपनें तुरंत करी सहाय,
बैरोली मंत्र सूनाने वाले।
धन-धन सतगुरू सत कबीर,
भगत की पीड़ मिटाने वाले।
धन-धन सतगुरू सत कबीर,
भगत की पीड़ मिटाने वाले।।
दामोदर सेठ के होवैं थे अकाज,
अरज करी डूबता देख जहाज।
लाज मेरी रखियो गरीब निवाज,
समुंदर से पार लंघाने वाले। ।
धन-धन सतगुरू सत कबीर,
भगत की पीड़ मिटाने वाले।
धन-धन सतगुरू सत कबीर,
भगत की पीड़ मिटाने वाले।।
कहै कर जोड़ दीन धर्मदास,
दर्श दे पूर्ण करियो आस।
मेट दयो जनम मरण की त्रास
सहज पद प्राप्त कराने वाले।
धन-धन सतगुरू सत कबीर,
भगत की पीड़ मिटाने वाले।
धन-धन सतगुरू सत कबीर,
भगत की पीड़ मिटाने वाले।।