पार किन्हें नहीं पाये संतौं, पार किन्हें नहीं पाये।जुग छतीस रीति नहीं जानी, ब्रह्मा कमल भुलाये।।टेक।। च्यारि अण्ड ब्रह्मण्ड रचानैं, कूरंभ धौल धराये।कच्छ मच्छ शेषा नारायण, सहंस मुखी पद गाये ।।1।।...
मति देंदी बालिम गूंगै नूं | GaribDas Ji Shabad By Sant Rampal Ji Maharaj हिंदी लिरिक्स मति देंदी बालिम गूंगै नूं ।।टेक।। जा बालिम दी बालि बलि जांवां, ध्यान लगावै ऊंगे नूं ।।टेक।। छाड्या मूल फूल क्या...