देख्या मगहर जहूरा सतगुरु हो | हिंदी लिरिक्स | संत रामपाल जी महाराज
देख्या मघर जहूरा हो, काशी में कीर्ति करि चाले, झिलमिल देही नूरा हो।।टेक।। माया आदि अर्श तैं उतरी, बनी अपसरा हूरा हो।हम तौ बरैं कबीर पुरुष कूं, तूं है दुलहा पूरा हो।।1।। माया कहै कबीर पुरुष सैं, देखो बदन जहूरा…