अथ राग केहरा | दृष्टि परै सो धोखा रे, खंड पिंड ब्रह्मण्ड चलैंगे, थीर नहीं रहसी लोका रे | GaribDas Ji Shabad | Sant Rampal Ji | BKPK VIDEO
।।अथ राग केहरा।। ।। शब्द 02 ।। दृष्टि प…
।।अथ राग केहरा।। ।। शब्द 02 ।। दृष्टि प…
।।अथ राग सारंग।।मन मानसरोवर न्हान रे। ज…
परमात्म नेहारे, हंसा मेरे देह बिदेहा रे…
।। अथ शब्द – मोकूं कहां ढूंढे रे बंदे ।…
ए जी ए जी साधो, सारशब्द मोहे पाया | नाम…
माया सतगुरु सूं अटकी, माया सतगुरु सूं अ…
कीन्हा मगहर पियाना सतगुरु | हिंदी लिरिक…
देख्या मघर जहूरा हो, काशी में कीर्ति कर…
पार किन्हें नहीं पाये संतौं, पार किन्हे…