जो पूण्य आत्माएं संत रामपाल जी महाराज के शिष्यो से बार बार ये सवाल करते हैं के अगर आपके गुरु भगवान हैं तो वो जेल से बाहर क्यों नही आते? वो इस पोस्ट को ध्यान से पढें ।
हम आपके सवाल का जवाब जरूर देंगे लेकिन उससे पहले आपको इतिहास पे एक नजर डालते है।
01-
सतोगुण प्रधान विष्णु जी के अवतार श्री कृष्ण जी का जन्म जेल में ही हुआ और पूरी उम्र उनकी युद्ध जीत ने में ही निकल गयी। महाभारत जैसा युद्ध जिसमे करोड़ों लोग मारे गए जिसमे उनके पक्ष की भी बहुत सी नेक आत्माएं मृत्यू को प्राप्त हुई थी, क्या वो उन युद्धों को टाल नही सकते थे।
समझिये परमात्मा की वाणी से:-
श्री कृष्ण गोवर्धन धारयो, द्रोणागीरि हनुमान।
शेषनाग सब पृथ्वी धारी, इनमे कौन भगवान।।
परमात्मा कबीर जी कहते हैं के आपके द्वारा प्रचलित कथाएँ ही कहती हैं के श्री कृष्ण और हनुमान ने पहाड़ उठाये। और आप ही कहते हो के शेषनाग के फन पे सारी पृथ्वी है तो भगवान कौन हुए धरती के एक छोटे से पहाड़ को उठाने वाले या पूरी पृथ्वी उठाने वाला?
02-
सतोगुण प्रधान विष्णु जी के दूसरे अवतार श्री रामचंद्र जी अपनी पत्नी सीता को ढूंढते हुए रोते रहे। उसी समुन्दर को जहाज से पार करके एक राक्षस सीता माता को उठा ले गया लेकिन भगवान पुल बना रहे हैं।
परमात्मा की वाणी है :-
समुदर पाट लंका गए, सीता के भरतार।
उन्हें अगस्त ऋषि पिय गए, इनमे कौन करतार।।
जिस समुदर को पार करने के लिए श्री रामचंद्र जी ने पुल इतनी मुश्किल से बनाया उस एक समुद्र नही बल्कि सातों समुद्रों को एक अगस्त नामक ऋषि अपनी सिद्धि से केवल एक घूंट में पी गए थे तो इन दोनों में बड़ा कौन हुआ?
मालिक की दूसरी वाणी:-
काटे बंधन विपत्ति में, कठिन कियो संग्राम।
चिन्हो रे नर प्राणिया, वो गरुड़ बड़ो के राम।।
जिस गरुड़ ने मेघनाथ के नागपास में फंसे श्री राम जी और लक्षमण की जान बचाई वो बड़े हुए या राम?
अब आइये संतों पे आधरणीय नानक जी को उस समय लोगों ने भला बुरा कहा 13 महीने तक उस संत को जेल में रखा और आज सब मानते हैं के वो परमात्मा की प्यारी आत्मा थे। लेकिन उस समय हम उनके जीते जी उनका आदर ना कर सके।
इशा मसीह जी को उस समय लोगों ने शरीर में कीलें ठोक ठोक के मारा आज आधा विश्व उनको मानता है।।लेकिन उस समय उनका आदर ना कर सके ।
वो भी मुर्ख है जो कहता है की राम कृष्ण अवतार नही थे। वो तीन लोक के भगवान विष्णु के अवतार थे । लेकिन हमे पूर्ण मोक्ष के लिये इनसे ऊपर के भगवान की तलास करनी है।
अब आपको बताते हैं के संत रामपाल जी महाराज क्यों चमत्कारी तरीके से जेल से बाहर नही आते ??
सतयुग द्वापर त्रेता और कलयुग के भी लगभग 200 साल पहले के टाइम तक संचार माध्यमों का अभाव था ,कोई भी घटना अगर यहां घटती है तो 200 से 400k m तक उस घटना की जानकारी फैलने में भी महीनो लग जाते थे।
इसी लिए उस समय के संत या अवतार चमत्कार कर देते थे, क्योंकि व्यवस्था बनी रहती थी लोगों तक खबर भी एक साथ नही पहुंचती थी और खबर मिलने के बाद लोग भी एक साथ नही पहुंच पाते थे। लेकिन आज के इस साइंस युग में जब भारत के किसी कोने में हो रही घटना लाइव पुरे संसार में देखी जा रही है और घंटों के अंदर लोग संसार में कहीं भी पहुंच जाते हैं तो ऎसे में क्या संत रामपाल जी महाराज के कोई चमत्कार दिखाने के बाद आप पुरे संसार को छोटे से हरियाणा में आप कंट्रोल कर पाएंगे।
नही
मुर्ख मत बनिए ज्ञान को आधार बनाइये।
समय का इंतजार करें और समजे की ऐसा क्या ज्ञान है संत रामपाल जी महाराज का की उनके शिष्य उनके दूसरी बार जेल जाने के बाद भी पीछे हटने को तैयार नही ।
वो समय दूर नही जब पूरा संसार संत रामपाल जी महाराज के बताये मार्ग पे चलेगा। लेकिन इस समय को तरसेंगे वो लोग जो आज ये कहते हैं के अभी नही बाद में देखेंगे। और वो तो फुट फुट कर रोयेंगे जो आज निंदक बने बैठे हैं। उन्हें छुपने को जगह नही मिलेगी। हाथ जोड़ कर विनती के समय रहते ज्ञान को समझे।
उसके लिए 7:40 से 8:40 pm तक साधना टीवी और सुबह 06 से 07 बजे तक हरियाणा न्यूज़, 9.30 से 10.30 तक फ़ास्ट न्यूज गुरुजी का सत्संग देखे।
ज्ञान गंगा पुस्तक पढ़ें और किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए आप किसी भी संत रामपाल जी महाराज के शिष्य से मिलिए। हम सब परमात्मा के कुत्ते आप पूण्य आत्माओं तक इस ज्ञान को पहुंचाने में हर संभव मदद के लिए तैयार बैठे है।
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