जानिये वेदों में कविर् अर्थात् कबीर नाम का विवरण कैसे आया ? कविर्देव (कबीर परमेश्वर) तो सन् 1398 में उत्पन्न हुए हैं?

192
0
Rate This post❤️

वेदों में कविर् अर्थात् कबीर नाम का विवरण कैसे आया ?

प्रश्न – वेदों में कविर् अर्थात् कबीर नाम का विवरण कैसे आया ? वेद तो सृष्टी के प्रारम्भ में प्राप्त हुए थे। कविर्देव (कबीर परमेश्वर) तो सन् 1398 में उत्पन्न हुए हैं?

PicsArt 04 17 08.05.39 BKPK VIDEO 2024


उत्तर पूर्ण परमात्मा का वास्तविक नाम कविर्देव है तथा उपमात्मक नाम सतपुरुष, परम अक्षर ब्रह्म, पूर्ण ब्रह्म आदि हैं। जैसे देश के प्रधान मंत्री जी का शरीर का नाम कुछ और होता है तथा प्रधानमंत्री, प्राईममिनिस्टर आदि पद के नाम हैं। यही पूर्ण परमात्मा कविर्देव नामान्तरण करके चारों युगों में आए है |
images%2B%25281%2529 BKPK VIDEO 2024
तथा सृष्टी व वेदों की रचना से पूर्व भी अनामी (अनामय) लोक में मानव सदृश शरीर में कविर्देव नाम से विद्यमान थे। वहीं कविर्देव फिर सतलोक की रचना करके सतलोक में विराजमान हो गए। तत् पश्चात् परब्रह्म तथा ब्रह्म के सर्व लोकों व वेदों की रचना की इसलिए वेदों में कविर्देव का विवरण है।

विडियोज देखने के लिये आप हमारे Youtube चैनल को सब्सक्राइव करें ।

naam diksha ad
https://goo.gl/Q5dTsN
LORD KABIR
Banti Kumar
WRITTEN BY

Banti Kumar

📽️Video 📷Photo Editor | ✍️Blogger | ▶️Youtuber | 💡Creator | 🖌️Animator | 🎨Logo Designer | Proud Indian

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


naam diksha ad