सन्त रामपाल जी महाराज के बारे में अनसुना सच
एक प्रसिद्ध संत रामपाल जी महाराज जिनकी प्रसिद्धि का बोलबाला निरंतर बढ़ता जा रहा था। वे लोगों की बुराई और समाज की दशा को सुधारने का अनमोल कार्य कर रहे थे। उन्होंने देश के सभी धर्म गुरुओं को सादर आमंत्रित किया अपने साथ ज्ञान चर्चा करने के लिए ताकि सभी मिलकर एक परमात्मा को पा सके और यथार्थ भक्ति विधि अपना सके।
परन्तु उन नकली धर्म गुरुओं को यह मंजूर नहीं था। उन्हें परमात्मा प्राप्ति की बजाए भक्तों की बढ़ती संख्या ज्यादा अच्छी लगती थी।
इसलिए उन्होंने एक योजना बनाई। उस संत को बदनाम करने की योजना। योजना के तहत उस संत को बदनाम किया गया। तत्कालीन राजा(हरियाणा मुख्यमंत्री हुड्डा) व प्रजा को भ्रमित कर उनके करौंथा आश्रम रोहतक पर 2006 में प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में हथियारों से हमला किया गया।
उन पर मिथ्या आरोप लगाकर जुलाई 2006 में जेल में डाल दिया गया। करीब दो साल जेल में रहने के बाद संत जी 2008 में बेल पर रिहा हुए।
करौंथा काण्ड 2006 की सच्चाई जानने के लिए ये वीडियो अवश्य देखे…
इतने आरोपों के बावजूद भी उस संत के समर्थक लगातार बढ़ते ही जा रहे थे। उन पर उन झूठे आरोपों का कोई प्रभाव नहीँ पड़ रहा था क्योंकि वह संत व उनके ज्ञान को अच्छी तरह समझ चुके थे।
कोर्ट की तारीखें अब भी पड़ती थी। उन संत के केस की सुनवाई करने वाला जज भ्रष्टाचारी निकला।
करौंथा काण्ड 2013 की सच्चाई जानने के लिए ये वीडियो अवश्य देखे…
उसने संत से कहा अगर केस फारीक करवाना हो तो 30 लाख रुपए दे दें। इस पर संत जी ने साफ इनकार कर दिया। संत ने कहा जब मैं अपने शिष्यों को रिश्वत लेने व देने से मना करता हूँ तो मैं स्वयं आप को रिश्वत कैसे दे सकता हूँ। इस पर जज ने कडा रुख करके कहा देख लीजिए आपका आश्रम उठ जाएगा, कलम मेरे हाथ में है।
संत रामपाल जी ने जवाब दिया कि हम भगवान पर विश्वास करने वाले हैं। हम रिश्वत नहीं देंगे। आपको जो करना हो आप करें। जो भगवान को मंजूर होगा वह हो जाएगा। इस पर बौखलाए जज ने संत जी की हाजिरी माफी रद्द कर दी।
संत जी ने इस बात के पर्चे छपवा कर सब को बताने की कोशिश की। इस बारे में सत्य प्रमाण सहित किताबें तक छपी।
सच बनाम झूठ,
न्यायलय की गिरती गरिमा,
भ्रष्ट जज कुमार्ग पर
संत ने कहा कि इस लालची जज ने जो निर्णय लेना था, वह ये पहले ही ले चुका है अब तारीख पर जाने से कोई फायदा नहीं।
राजा हरिश्चन्द्र ने अपने सत्य की सुरक्षा के लिए अपने राज्य का बलिदान दे दिया……लेकिन अंत में जीत उसी की हुई।
हम भी सत मार्ग से पीछे नहीं हटेंगे चाहे अब कुछ भी हो। उस भ्रष्टाचारी जज ने पैसे के लोभ में अंधा होकर उस संत के नोनबेलेबल वारंट जारी कर संत जी की गिरफ्तारी के आदेश दे दिए। संत के समर्थक इस अन्याय को देखकर इसके खिलाफ शांति के साथ आश्रम के बाहर बैठकर प्रदर्शन किया। उन्होंने काले कपड़े पहन कर इस भ्रष्टाचारी जज के खिलाफ शान्तिपूर्वक विरोध प्रदर्शन किया तथा हाथ में सफेद झंडे जो शांति का प्रतीक थे लिए हुए थे।
जैसा कि सभी जानते है कि मीडिया आग में घी झौंकने का काम करती है। जो मसला आसानी से सुलझाया जा सकता था उसे इन मीडिया कर्मियों ने इतने गलत तरीके से दिखाया कि उस संत को ही सब गलत नजरिए से देखने लगे। जिस भ्रष्ट जज को सजा मिलनी चाहिये थी उसे तो महिमा का पात्र बना दिया गया और जो सन्त सतमार्ग पर चला व दूसरों को भी सच्चे मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया उन पर देशद्रोह जैसे संगीन आरोप लगाकर 2014 में जेल में डाल दिया गया।
देखिये देश की सबसे बडी विडम्बना कि सरकार द्वारा सन्त रामपाल जी महाराज की गिरफ्तारी के लिए 45000 पुलिस व कमांडो फोर्स भेज दी गई जबकि इतनी फोर्स तो कारगिल युद्ध में भी नहीं भेजी गई थी।
देश की धरोवर कहे जाने वाले सन्तों और उनके 950 अनुयायियों पर सरकार द्वारा देशद्रोह का केस बनाया गया।
यह विश्व इतिहास की पहली धटना है कि सन्तों की भूमि कही जाने वाली धरती पर एक निर्दोष सन्त और उनके 950 भगतों को देशद्रोही बनाकर जेल भेजा गया। इतनी बडी संख्या में देशद्रोही बनाये गये।
परन्तु आज उस महान संत के अनुयायी समाज को वास्तविकता से परिचित कराने के लिए बहुत प्रयत्न कर रहे हैं और पूरे देश में शांतिप्रिय रैली धरना करके इस करौंथा व बरवाला काण्ड़ की CBI जाँच की मांग कर रहे हैं ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके।
बरवाला काण्ड 2014 की सच्चाई जानने के लिए ये वीडियो अवश्य देखे…
पिछले एक साल से अधिक समय से सन्त रामपाल जी महाराज के अनुयायी न्याय व CBI जाँच की माँग के लिए दिल्ली जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए है। लेकिन सरकार अंधी गूंगी बनकर बैठी है।
400+ Day’s On Jantar Mantar (Delhi) |
यहाँ हम यह स्पष्ट करना चाहते है कि कोई भी दोषी अपराधी व्यक्ति अपने लिए CBI जाँच की माँग नहीं करता बल्कि CBI जाँच से बचने की कोशिश करता है जबकि सन्त रामपाल जी के सर्व लाखों अनुयायी पिछले कई सालों से CBI जाँच की पुरजोर माँग कर रहे है लेकिन केन्द्र व राज्य सरकार “करौंथा व बरवाला काण्ड़” की CBI जाँच करवाने से डर रही है…इससे साफ जाहिर होता है कि सरकारें इसमें दोषी है।
इस कार्य के लिए आपका भी सहयोग चाहते हैं…..
आपसे करबद्ध प्रार्थना हैं इस सम्पूर्ण प्रकरण की CBI जाँच की मांग में व अदालती कार्यवाहियों की आँडियो विडियो रिकार्डिंग की माँग में हमारा सहयोग दें।
जो सरकार दहेज को नहीं रोक पाई, जो सरकार नशा नहीं रोक पाई उसको एक संत के महज विचारों ने रोक दिखाया लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों के कारण संत को परेशान किया गया है। संत बिल्कुल निर्दोष हैं।
सरकारों व कुछ जजों द्वारा अलोकतान्त्रिक व असंवैधानिक कार्य किया जा रहा है। इस धटना की अधिक जानकारी के लिए विस्तार से पढ़े…
“बरवाला की घटना की सच्चाई”
…..Pdf Download …Link :-
आप सभी से करबद्ध प्रार्थना है हमारे केस की CBI जाँच की मांग में हमारा सहयोग दें।
हमारी माँग:–
सन्त रामपाल जी महाराज और उनके अनुयायियों पर लगाए गये सभी झूठे केसो की तथा
“करौंथा व बरवाला काण्ड” की लाईव सीबीआई जाँच करवायी जाए और यदि सरकार सीबीआई जाँच नहीं करवा सकती या हमें न्याय नहीं दे सकती तो हम सभी अनुयायियों को इच्छा मृत्यु प्रदान की जाए!
मीडिया वाले से प्रार्थना है कि “करौंथा व बरवाला काण्ड़” की सच्चाई को व हमारी माँगों को अपने-अपने चैनलों पर चलाकर देश की जनता को इससे परिचित करवाये और हमें न्याय दिलाने में अपनी अहम भूमिका निभाये।