Category वाणी

जानिये क्या है मंगलाचरण का भावार्थ ?

मंगलाचरण का अर्थ ।। अथ मंगलाचरण ।। गरीब, नमो नमो सत् पुरुष कुं, नमस्कार गुरु किन्ही ।।सुरवर मुनिजन साधवा , संतो सर्वस दीन्ही ।। 1।।अर्थ :- बंदी छोड़ गरीब दास जी महाराज सत् पुरुष और परमात्मा जी को बारम्बार नमस्कार करते हैं । देवता…

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शब्द – धन सतगुरू सत् कबीर – भगत की पीड़ मिटाने वाले

धन-धन सतगुरू सत् कबीर – भगत की पीड़ मिटाने वाले बन्दी छौड़ कबीर परमेश्वर जी धन-धन सतगुरू सत कबीर,         भगत की पीड़ मिटाने वाले।             धन-धन सतगुरू सत कबीर,         …

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अमर करूं सतलोक पठाँऊ, तातैं बन्दी छोड़ कहाऊँ

ब्रह्मा विष्णु महेश्वर माया, और धर्मराय कहिये। Jagatguru Tatavdarshi Sant Rampalji Maharaj महाराज गरीबदास जी अपनी वाणी में कहते हैं: ब्रह्मा विष्णु महेश्वर माया, और धर्मराय कहिये। इन पाँचों मिल परपंच बनाया, वाणी हमरी लहिये।। इन पाँचों मिल जीव अटकाये, जुगन-जुगन हम आन…

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भवजल मै बहु काग हैं, कोए कोए हंस हमार…

निर्विकार, निर्भय है तू ही, और सकल भय माहीं। Jagatguru Sant Rampal Ji Maharaj निर्विकार, निर्भय है तू ही,  और सकल भय माहीं। हे जी साधो, और सकल भय माहीं।। सब पै तेरी साहिबी,सब पै तेरी साहिबी,तुझ पर साहिब ना।निर्विकार, निर्भय।।निर्विकार,…

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बलिहारी गुरू आपनें जिन गोबिंद दियो मिलाए..

कर जोडूँ विनती करूँ, धरूँ चरन पर शीश। गुरू जी रामदेवानंद जी महाराज नै, दियो नाम बक्शीश।। कोटी कोटी सिजदा करूँ, कोटी कोटी प्रणाम।चरण कमल मै राखियो, मैं बांदी जाम गुलाम।।कुत्ता तेरे दरबार का, मोतिया मेरा नाम।गले प्रेम की रस्सी,…

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जानिये 24 सिध्दियो के बारे में..

२४ सिध्दियाँ शब्द महल में सिद्धि चोबीसा |हंस बिछोरे बिस्वे बीसा ||एक सिद्धि सुर देव मिलावे |एक सिद्धि मन वरति बतावै ||एक सिद्धि है पवन स्वरुपी |एक सिद्धि होवे अनरूपी ||एक सिद्धि निसवासर जागें |एक सिद्धि सेवक होये आगे ||एक…

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वाणी- गुरू महिमा

Guru Mahima गुरु सो ज्ञान जु लीजिये, सीस दीजये दान। बहुतक भोंदू बहि गये, सखि जीव अभिमान॥१॥ व्याख्या: अपने सिर की भेंट देकर गुरु से ज्ञान प्राप्त करो | परन्तु यह सीख न मानकर और तन, धनादि का अभिमान धारण कर कितने…

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