अथ राग केहरा | दृष्टि परै सो धोखा रे, खंड पिंड ब्रह्मण्ड चलैंगे, थीर नहीं रहसी लोका रे | GaribDas Ji Shabad | Sant Rampal Ji | BKPK VIDEO
।।अथ राग केहरा।। ।। शब्द 02 ।। दृष्टि परै सो धोखा रे, खंड पिंड ब्रह्मण्ड चलैंगे,थीर नहीं रहसी लोका रे।। टेक।। रजगुण ब्रह्मा तमगुण शंकर, सतगुण बिष्णु कहावै रे।चौथे पद का भेद न्यारा, कोई बिरला साधु पावै रे।।1।। ऋग यजुर्…